-
रामपुर-परिवार के सात लोगो की हत्या करने वाली शबनम से मिला बेटा, पढ़े दस्ता शबनम की
-
रामपुर-प्रेमी की खातिर परिवार के 7 लोगों की हत्या करने वाली शबनम से मिला बेटा-पढ़े पूरी दस्ता
प्रेमी की खातिर परिवार के 7 लोगों की हत्या करने वाली शबनम को फांसी दिए जाने की तैयारियों की खबरों पर उसका बेटा “ताज” आया मां से मिलने रामपुर जेल। गोद लेने वाले मा बाप के साथ पहुच रामपुर जेल, झकझोर कर देने वाली कहानी की किरदार “शबनम” यह ऐसा नाम है जिसको सुनकर लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते हैं 2008 में जनपद जेपीनगर में शबनम ने अपने प्रेमी सलीम के खातिर अपने परिवार के 7 लोगों की निर्मम हत्या की थी। इस मामले में शबनम बावनखेड़ी हत्याकांड के नाम से जानी जाती है और तभी से क़ैद में है और इसे फांसी की सज़ा सुनाई जा चुकी है। फिलहाल वह रामपुर ज़िला कारागार के महिला बैरेक में बंद है।
कासगंज बिकरु कांड-मुठभेड़ में ढेर हो गया सिपाही का हत्यारा मोती धीमर-देर रात हुई मुठभेड़

शिवपाल-ओवैसी की हुई मुुुुलाकात, एक साथ लड़ सकते है यूपी के 2022 विधानसभा चुनाव
इस ने अपने परिवार के 7 लोगों की हत्या अंजाम देने के बाद लंबी कानूनों लड़ाई लड़ी। ज़िला सेशन अदालत से फांसी की सज़ा हुई, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने भी फांसी की सज़ा को बरकरार रखा । 2008 से चल रही इस लंबी कानूनी लड़ाई के बीच शबनम ने अपने उस प्रेमी सलीम से शादी भी कर ली थीं.और उसका एक बेटा “ताज” भी पैदा हुआ था।दोनों को फांसी की सज़ा सुनाई जाने के बाद शबनम की एक मित्र ने उसके बेटे ताज को गोद ले लिया था..अब गोद लेने वाले यही मां बाप ताज को उसकी माँ शबनम से मिलवाने रामपुर जेल लेकर आये हैं।
मेरठ: विवाह समारोह में थूक लगाकर नान बनाते वीडियो वायरल, हिंदू संगठनों ने किया हंगामा
इस कहानी की शुरुवात अमरोहा के बावनखेड़ी गांव से शुरू होती है। जहा 15 अप्रैल 2008 को उस वक्त हड़कंप मच गया जब गांव की रहने वाली शबनम के मां-बाप दो भाई एक भाभी और एक मौसी की बेटी के साथ एक भतीजे का कत्ल कर दिया जाता है। पूरे परिवार में हत्यारों के हाथ बची थी तो केवल शबनम पुलिस को जब इस मामले तब पता चला तो फौरन ही मौके पर पुलिस और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ नेता भी शबनम के गांव जाते है। और एक ही परिवार के 7 लोगों की हत्या हो जाने को लेकर पुलिस अपनी तफ्तीश में जुट गई जाती है। इसी बीच पुलिस को शबनम के प्रेग्नेंट होने का भी पता चला जबकि उसकी शादी नहीं हुई थी। यही नहीं उसके पेट में बताया जा रहा है कि उस समय 2 महीने का उसका बेटा था। पुलिस ने जब शबनम के बारे में ज्यादा जानकारी की तो पता चला कि सलीम नाम के एक युवक से उसका प्रेम प्रसंग भी चल रहा है।
मऊ: दुबई से आया डाक , कागज पर लिखा तलाक़, तलाक ,तलाक़
पुलिस ने जब इस पूरे मामले को लेकर शबनम को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी हकीकत पुलिस के सामने बयां कर दी। पुलिस की तरफ से बताया गया की शबनम के मां-बाप दो भाई. एक भाभी. एक मौसी की बेटी के साथ एक भतीजे की हत्या खुद शबनम ने की है और उसके प्रेमी सलीम ने उसका साथ दिया है। जिसके बाद से आज तक शबनम जेल की सलाखों के पीछे है और उसका प्रेमी भी जेल मे है। इस दौरान उसने एक बेटे को भी जन्म दिया जो कि जेल में उसके साथ 7 साल रहा। शबनम के ही जान पहचान वाले एक व्यक्ति ने उसके बेटे को गोद ले लिया और उसकी अच्छी परवरिश भी करने लगा। इसी दौरान कोर्ट ने इस मामले में उसको फांसी की सजा दे दी।जिसको लेकर शबनम के वकील ने दया याचिका भी डाली थी जो कि खारिज कर दी गई है।
मथुरा: दर्शन के लिए बालाजी जा रहे श्रद्धालुओं की कार ट्रक से टकराई, 4 लोगों की मौत 3 घायल

सोनीपत-मोर्चरी में रखे किसान के शव को कुतर गए चूहे-ग्रामीणों और परिवार ने किया हंगामा
दया याचिका खारिज हो जाने और फांसी की तैयारियां शुरू हो जाने के बाद अब एक नया शिगूफा शबनम की बेगुनाही को लेकर छोड़ना बेमानी है लेकिन इतनी बात तो ठीक है कि एक नाबालिक बच्चे की तस्वीर या उसका असली नाम मीडिया में प्रसारित होना उसके भविष्य पर एक काला साया बनकर मंडरा सकता है।